
Chetan Gurung
अगले साल की शुरुआत में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पुष्कर सरकार विकास कार्यों और योजनाओं पर कामकाज में तेजी लाने में जुट गई है.वह बजट को अधिक से अधिक और तेजी से खर्च लाने पर जोर दे रही है.आज ACS (Finance) आनंद्बर्द्धन ने सभी महकमों को हिदायत दी कि वे अगले 3 महीने (सितम्बर तक) में खर्च इतना बढ़ाएं कि 50 फ़ीसदी पूंजीगत परिव्यय का लक्ष्य हासिल हो जाए.

उन्होंने स्पष्ट किया कि पूँजीगत परिव्यय की नियमित समीक्षा की जाएगी। सचिवालय में समीक्षा बैठक के दौरान अपर मुख्य सचिव ने कृषि, ग्रामीण विकास, पशुपालन, राज्य सम्पति, आपदा प्रबन्धन, न्याय, मत्सय पालन, पंचायती राज, गन्ना विकास, राजस्व, कोषागार, ग्रामीण अभियंत्रण सेवा, वित्त,खाद्य, नागरिक आपूर्ति विभाग तथा पुलिस एवं कारागार विभाग की समीक्षा की।
ACS ने विभागों में केन्द्र पोषित योजनाओं (CSS)EAP तथा नाबार्ड पोषित योजनाओं के पूंजीगत परिव्यय की भी समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिए कि जिन विभागों का अपने बजट प्रावधान के सापेक्ष शून्य प्रतिशत जारी राशि तथा परिव्यय रहा है उनको शीघ्र कार्यवाही के लिए पत्र भेजे जाएं। खर्च का मासिक लक्ष्य भी तय और उनको पूरा किया जाए.
सचिव (वित्त) दिलीप जावलकर, सचिव (आपदा प्रबन्धन) डा0 रंजीत कुमार सिन्हा, सचिव (पशुपालन) डा0 बीवीआरसी पुरुषोत्तम, सचिव (कृषि-उद्यान) दीपेन्द्र चौधरी बैठक में थे.लोकसभा चुनाव के चलते अगले साल फरवरी तक आचार संहिता लागू हो जाएगी.उसके पहले चुनाव में जाने से पहले CM पुष्कर सिंह धामी की पूरी कोशिश है कि अधिक से अधिक योजनाओं और कार्यों को पूरा किया जाए या फिर पूरे होने के करीब हों.
उनको चुनाव में बतौर उपलब्धि पेश कर पार्टी और सरकार की Branding की जा सकेगी.पहले महकमों की दिक्कत बजट को ले के अधिक हुआ करती थी.फिलहाल बजट की दिक्कत तो पहले से कम हो गई है लेकिन खर्च करने में महकमों की सुस्ती भारी न पड़े, इस पर पुष्कर सख्ती का रुख अपना रहे.इसके लिए महकमों और उनके सचिवों-प्रमुख सचिव-ACS को सख्त सन्देश-हिदायत दी जा रही है.