
Chetan Gurung
CM पुष्कर सिंह धामी की अगुवाई में उत्तराखंड सरकार ने आज मुंबई में तमाम दिग्गज औद्योगिक समूहों के साथ आज भी 30,200 Cr के करार किए.अब 1.24 लाख Cr के MoU हो चुके हैं.ये सरकार के लक्ष्य 2.5 लाख Cr के तकरीबन आधा है.करारों में मिल रही जबरदस्त कामयाबी के बाद अब PSD सरकार के सामने असल चुनौती इन करारों को अंजाम तक पहुँचाने और निवेश को साकार करने की होगी.

सोमवार को उत्तराखंड सरकार ने इमेजिका (थीम पार्क) आत्मन्तन:(रिजॉर्ट), ACME (सौर सेल विनिर्माण), CTRLs (डेटा सेंटर) पर्फ़ेटी(नवीकरणीय ऊर्जा), लॉसंग अमेरिका (आईटी), क्रोमा एटोर, क्लीन मैक्स एनवाइरो (नवीकरणीय ऊर्जा), साइनस (हेल्थ केयर) के साथ निवेश समझौते से जुड़े दस्तावेजों पर दस्तखत किए.JSW Sports, गोदरेज केमिकल्स,Astar भोजन,वी अर्जुन लॉजिस्टिक्स पार्क से भी बातचीत हुई.
पुष्कर के नेतृत्व में अब तक देश से बाहर लंदन,बर्मिघम, अबुधाबी, दुबई में 4 इंटरनेशनल रोड शो हो चुके हैं. दिल्ली, चेन्नई, बेंगलुरु, अहमदाबाद और मुंबई में भी खूब निवेश समझौते हुए हैं. टूरिज्म हास्पिटैलिटी सेक्टर, आयुष वेलनेस सेक्टर, मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर, फार्मा सेक्टर, फूड प्रोसेसिंग, रियल एस्टेट-इंफ्रा, पंप्ड स्टोरेज सेक्टर, ग्रीन एंड रिन्यूएबल एनर्जी एवं ऑटोमोबाइल सेक्टर से जुड़े उद्योग और कम्पनियाँ भी करार करने वालों में शामिल हैं।
मुख्यमंत्री के तौर पर पुष्कर के लिए ये जरूरी होगा कि जितने भी करार जितने निवेश को ले के हुए हैं, वे जमीन पर उतर भी सके.आधे भी अगर सफल रहे तो पुष्कर की ये बहुत बड़ी उपलब्धि होगी.एक लाख करोड़ का निवेश भी होने पर राज्य की अर्थ व्यवस्था में जबरदस्त उछाल आना तय है.रोजगार और नौकरी के क्षेत्र में बहुत बड़ी कामयाबी हासिल होगी.
मौजूदा सरकार ने सबसे पहले Land Bank का बंदोबस्त निवेश के लिए इच्छुक कम्पनियों और उद्योगों के लिए खोज के रखा.जमीनों की उपलब्धता ही सबसे बड़ी दिक्कत होती है.इसके साथ ही Single Window System NoCs के लिए को लागू किया है.इससे कम्पनियों-उद्योगों को न सिर्फ बहुत राहत मिलेगी बल्कि वे उत्तराखंड में निवेश के लिए प्रेरित होंगे.
त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने भी CM रहने के दौरान निवेश के लिए कई करार उत्तराखंड सरकार और उद्योगों-कम्पनियों के साथ कराए थे.उनकी सरकार इन निवेश समझौतों को अंजाम तक पहुँचाने के मामले में उत्साहवर्द्धक प्रदर्शन नहीं कर पाई थी.एक खास पहलू निवेश को ले के और भी है.पुष्कर ने इस अभियान को युद्धस्तर पर छेड़ा है.वह रात-दिन 24 घंटे निवेशों को ले के खुद को झोंके हुए हैं.इस पर नजर रख रहे हैं.
त्रिवेन्द्र ऐसी सक्रियता नहीं दिखा पाए थे.उससे सबक लेते हुए पुष्कर अपनी सोच को साकार करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं.निवेशकों को लुभाने में वह हर किस्म के जतन कर रहे हैं. मुख्य सचिव डॉ सुखबीर सिंह सन्धु, सचिव डॉ आर मीनाक्षी सुंदरम, सचिव (उद्योग) विनय शंकर पांडेय, महानिदेशक (उद्योग) रोहित मीणा, महानिदेशक (सूचना) बंशीधर तिवारी समेत विभिन्न उद्योग समूहों के प्रतिनिधि आज समझौतों के दौरान मौजूद रहे। 8-9 दिसंबर को देहरादून में Global Investors Summit है.उसके लिए तय लक्ष्य 2.5 लाख Cr का आधा सफ़र पूरा हो चुका है.