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Big Story::लोकसभा चुनाव!CM पुष्कर करेंगे फिर चमत्कार!युवा कन्धों पर विजय पताका फहराने का जिम्मा:सभी 5 सीटें कब्जे में आईं तो मोदी-शाह के बाद Second Line के बनेंगे अगुवा:Phantom के अंदाज में पलक झपकते हर जगह दिखने वाले पहले मुख्यमंत्री

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टिकट मोदी-शाह बांटेंगे लेकिन पुष्कर की हैसियत Veto Power वाली

Chetan Gurung

लोकसभा चुनाव में BJP और उससे अधिक PM नरेंद्र मोदी के लिए अधिक से अधिक सीटें लाना बहुत बड़ी जरूरत और बेहद कठिन चुनौती समझी जा रही.ऐसे माहौल के बावजूद उत्तराखंड में लम्बे समय से BJP राज होने पर भी उम्मीद जताई जा रही है कि CM पुष्कर अपनी अगुवाई में मोदी और अपनी पार्टी की झोली में उत्तराखंड की सभी 5 सीटें डाल देंगे तो ताज्जुब नहीं होगा.उनके पास इसकी कुव्वत और हैसियत है.बेशक राज्य में Congress की आपस की कलह उनका बड़ा साथ देगी.PSD के लिए निजी तौर पर भी ऐसी स्वप्निल कामयाबी बहुत जरूरी है.ऐसा हो गया तो उनका पार्टी की Second Line में अगुवा बनने का पूरा मौका होगा.

इन दिनों वह उन अँगुलियों पर गिने जाने वाले पार्टी नेताओं और मुख्यमंत्रियों में शुमार किए जाते हैं, जो मोदी-शाह के बेहद करीबी और प्रिय हैं.BJP को मुर्दा हालात से उठा के लगातार दूसरी बार सरकार में ला के उन्होंने ये तो साबित कर दिया कि उनके पास चुनाव जीतने-जिताने का हुनर आ चुका है.लोकसभा चुनाव में ये मोदी-शाह के बहुत काम आएगा.पुष्कर ने अपनी छवि और प्रतिष्ठा में बतौर प्रशासक बहुत इजाफा किया है.इसमें शक नहीं है.उनको विरासत में थकी-हारी किस्म की नौकरशाही मिली है.फिर भी वह उससे जम के काम ले रहे.किसी भी मुख्यमंत्री को उनके जैसी कमजोर और अनुभवहीन नौकरशाही (IAS Cadre) नहीं मिली.

पुष्कर के राज में जितने भी मामले घोटालों या भ्रष्टाचार के उछले, उनको शुरूआती दौर में ही बेहद सख्त कदम उठाते हुए कुचल दिया गया.IAS-PCS-पूर्व IFS अफसर तक ऐसे मामलों में जेलों में ठूंसे गए हैं.उत्तराखंड में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ.पुष्कर सरकार ने ऐसे प्रमुख कानून बनाए और फैसले लिए हैं, जो देश भर में सुर्खियाँ बटोर रहे.धर्मान्तरण क़ानून-सामान नागरिक संहिता (UCC)-नौकरियों से जुड़े नक़ल कानून सिर्फ बानगी हैं.UCC जल्द लागू होना तय है.सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जों-अतिक्रमण ख़त्म करने का जोश भी उनसे पहले कोई भी CM नहीं दिखा पाए.

उत्तराखंड आन्दोलनकारियों-महिलाओं को सरकारी नौकरियों में आरक्षण और शीर्ष खिलाड़ियों को नौकरियों में सीधी भर्ती-Out of Turn प्रोन्नति के फैसले बहुत बड़े हैं.उनका ही प्रताप है कि उत्तराखंड में अगले साल National Games का बिगुल बज ही गया.IOA Flag मिल गया.आर्थिक मोर्चे पर भी CM जबरदस्त कार्यवाही छेड़ने के बाद उसको रफ़्तार लगातार दे रहे.Golbal Investors Summit के जरिये उनका लक्ष्य 2.5 लाख करोड़ का निवेश राज्य में लाना है.इसको अमली जामा पहनाने के लिए वह UK-दुबई से ले के मुंबई-अहमदाबाद में बड़ी कम्पनियों और औद्योगिक घरानों संग बैठकें कर सवा लाख करोड़ के करीब के समझौते करा चुके हैं.

Summit दिसम्बर में देहरादून में होना है.इसके लिए 6 हजार एकड़ के आसपास का Land Bank उद्योगों और कम्पनियों के लिए बना चुके हैं.फिल्म उद्योग से जुड़े लोगों से भी वह लगातार बावस्ता बने हुए हैं.इसको मुख्यमंत्री की कोशिशों का नतीजा माना जा सकता है कि उत्तराखंड में Feature फिल्म और OTT फिल्म-प्रोग्राम की शूटिंग की कतार लगी हुई है.इससे होटल-परिवहन और अभिनय कला से जुड़े लोगों को बेहद फायदा हुआ है.पुष्कर की अगुवाई में BJP के लिए लोकसभा चुनाव में उम्मीदें इसलिए भी ऊंचाई लिए हुए हैं कि वह अवाम से सीधे जुड़ रहे.

देर रात तक मिलने-जुलने वालों और कार्यक्रमों-सफ़र में व्यस्त रहने वाले अब तक के मुख्यमंत्रियों की सूची बनाई जाए तो वह शीर्ष पर रहेंगे.उनको राजधानी से बाहर जाने पर अल्लस्सुबह सैर करने और इस दौरान आम लोगों से राह चलते मिलने में लुत्फ़ मिलता है.वह बच्चों संग गली क्रिकेट खेल लेते हैं तो ठेली पर चाय भी बनाने से गुरेज नहीं करते हैं.इससे वह आम लोगों से जुड़े रहते हैं.खुद भी इसी कोशिश में रहते हैं कि आम शख्स-भाई सरीखी छवि बनी रहे.इस किस्म का CM उत्तराखंड ने पहले कभी नहीं देखा.सामान्य अंदाज अपनाने के मामले में भगत सिंह कोश्यारी बेशक पहले मुख्यमंत्री थे लेकिन उनके ही कभी बेहद विश्वासपात्र और OSD रहे PSD अब तमाम मामलों में नई पटकथा अपने हिसाब से रोजाना लिख रहे.

ये भी PSD की उपलब्धि है कि जब ये तय हो गया था कि उत्तराखंड में BJP विधानसभा चुनाव बुरी तरह हारने वाली है तो मोदी-शाह-संघ ने उनको सरकार की कमान सौंपी.उन्होंने अपनी क़ुरबानी की कीमत पर सरकार फिर BJP की झोली में डाल दी.ऐसा करने वाले वह BJP-Congress के इकलौते CM हैं.पुष्कर को ऐसे मुख्यमंत्री के तौर पर देखा जा सकता है, जिसके पास उर्जा और उत्साह का अभूतपूर्व भण्डार है.वह एक ही दिन में 3 अलग-अलग शहरों में व्यस्त देखे जा सकते हैं.सुबह कहीं-दिन कहीं और शाम-रात किसी अन्य शहर में.

उनको चारों और देखे जाने के चलते ही Famous कॉमिक्स नायक Phantom भी कहा जाने लगा है.ये नायक हर उस जगह दिखता है, जहाँ उसकी जरूरत होती है.उत्तराखंड के लोगों का चरित्र ऐसा है कि वे कामकाज हो या न हो लेकिन सरकार और उसके मुखिया का बर्ताव अपने प्रति स्वाभाविक चाहते हैं.PSD इस मामले में Champion हैं.लोकसभा चुनाव में उनके ये गुण ही BJP के लिए अधिक से अधिक और अधिकतम 5 सीटें जीतने में काम आ सकती हैं.

पुष्कर ने ये कारनामा कर दिया तो उनको पार्टी के उन चंद चेहरों में मान लिया जाएगा, जिनके ऊपर भविष्य में पार्टी की कमान की जिम्मेदारी हो सकती है.अभी भी उनको उन Top-5 चेहरों में शामिल किया जाता है, जिन पर मोदी-शाह और संघ का बहुत अधिक भरोसा है.मोदी के पिथौरागढ़ दौरे को हालिया सालों में सबसे सफल माना जा रहा. यहाँ मोदी को ले के जो जूनून लोगों में झलका, वह उनके शुरूआती दौर की बे-इन्तहां लोकप्रियता और दीवानगी को याद दिला गया.

मोदी ने भी हेलिकॉप्टर से दिल्ली उड़ान भरने से पहले बेहद खुश और गद्गद हो के बार-बार पुष्कर की पीठ ठोंकी और शाबासी दी. लोकसभा चुनाव में ऐसे में पुष्कर की भूमिका टिकट बांटने और प्रत्याशियों को जितवाने में मोदी-शाह के बाद बहुत अहम होगी.टिकट के बंटवारे में निर्णायक भूमिका मोदी-शाह की रहती है लेकिन पुष्कर जिसके नाम का वीटो करेंगे, उनके नाम कटना या उसको टिकट मिलना कहीं से भी अनिश्चित नहीं होगा.दिल्ली दरबार में जिसकी जो भी और जितनी भी पकड़ होगी, होगा वही जो पुष्कर चाहेंगे.ये हकीकत अब BJP के छोटे से ले के बड़े दिग्गज तक की समझ में आ चुका है.

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