
पूर्व की सरकारों के समझौतों-कम्पनियों का आज तक नहीं कोई अता-पता
Chetan Gurung
CM पुष्कर सिंह धामी ने UAE से दिल्ली लौटते ही अपना अगला Target साफ़ करते हुए कहा कि जितने भी करार Britain-Delhi और UAE में हुए, उनको अंजाम तक पहुँचाया जाएगा.निवेश प्रस्तावों पर दस्तखत करने वाली कम्पनियों ने वादा किया है कि वे उत्तराखंड में निवेश के वादे से पीछे नहीं हटेंगे.पूर्व की सरकारों के करारों की दशा और दुर्दशा के मद्देनजर मुख्यमंत्री का अभी से ये रुख अहम समझा जा रहा है.
पुष्कर ने नई दिल्ली में मीडिया से सुबह कहा कि जितने भी करार हुए हैं और आगे भी और होने हैं, उन सभी को साकार करने के लिए सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी.MoU करने वाली कम्पनियों ने उत्तराखण्ड में निवेश करने में जबरदस्त दिलचस्पी दिखाई.सरकार की 2.5 लाख करोड़ के निवेश सम्बन्धी फैसले पर अमल होना शुरू होते ही राज्य की अर्थ व्यवस्था में उछाल आएगा.रोजगार की दिशा में भी खासी कामयाबी मिलेगी.
पूर्व की सरकारों के वक्त भी बड़े करारों के मेले और सम्मलेन हुए लेकिन उन कंपनियों में से अधिकाँश पलट के उत्तराखंड नहीं आए.देश के कई बड़े उद्योग समूह भी वादा कर के गए.जब बारी निभाने की आई तो सरकार की चिट्ठी-पत्री का जवाब तक देने की जरूरत नहीं समझी.ऐसे कड़े-नाकाम अनुभव को देख के ही पुष्कर सरकार ने उसके दौर में हो रहे समझौतों को पूरा भी कराने के लिए अभी से कमर कसे दिख रहे हैं.
CM ने कहा कि Uttarakhand Global Investors Summit तक सरकार करारों का लक्ष्य अर्जित कर लेगी.लंदन, बर्मिंघम, दिल्ली तथा दुबई और अबू धाबी में विभिन्न निवेशक समूहों के साथ हुई बैठकें बहुत उत्साहवर्द्धक रहीं। पर्यटन, स्वास्थ्य, शिक्षा, फार्मा, कृषि, एग्रो के क्षेत्र में निवेशकों से काफी करार हुए हैं। निवेशकों का उत्तराखण्ड आने के लिए और निवेश के लिए मन में आकर्षण है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि निवेश के लिए उत्तराखंड आने का न्यौता देने का सिलसिला जारी रहेगा. देश के अन्य शहरों में भी निवेशकों के साथ संवाद और रोड शो होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि निवेश सम्बन्धी बैठकों में जो भी सुझाव प्राप्त हो रहे हैं, उन सुझावों पर भी अमल किया जाएगा। जो भी करार हुए हैं और प्रस्ताव आए हैं, उनमें से राज्य के लिए उपयोगी और भविष्य में फायदेमंद साबित होने वाले करारों का आंकलन कर आगे कदम उठाए जाएंगे.
उन्होंने कहा कि निवेश के साथ-साथ स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने वाले और प्राथमिक सेक्टर को मजबूत बनाने वाले प्रस्तावों एवं करारों को प्राथमिकता के आधार पर प्रोत्साहित किया जाएगा। राज्य सरकार ने जो भी नीतियां बनाई हैं, निवेशकों, उद्योगों एवं उत्तराखण्ड के लोगों के हितों को ध्यान में रखकर बनाई गई हैं।
पुष्कर ने बताया कि संयुक्त अरब अमीरात में 15475 करोड़ रूपये के निवेश करार हुए. दुबई में 11925 करोड़ एवं अबू धाबी में 3550 करोड़ के MoU इनमें शामिल हैं। 54,550 करोड़ रूपये के निवेश MoU अभी तक हो चुके हैं.ब्रिटेन में 12500 करोड़ एवं दिल्ली में दो अलग-अलग कार्यक्रमों में 26,575 करोड़ के समझौते हो चुके हैं.