
अध्यक्ष-EC को अँधेरे में रखने-बाहरियों से Tournament कराने पर भी उठाए सवाल:पिछले साल हीरा बिष्ट को हटा के कोहली को बनाया था अध्यक्ष:गाजियाबाद-दिल्ली में घूस ले के State Team में खिलाने की भी पुलिस जांच चल रही
Chetan Gurung


Cricket Association of Uttarakhand के सचिव माहिम के पिता PC Verma उत्तराखंड गोल्ड कप क्रिकेट टूर्नामेंट में हिसाब-किताब और मनमानियां करने को ले के गंभीर आरोपों में घिर गए हैं.टूर्नामेंट आयोजित करने वाली Society देवभूमि गोल्ड कप क्रिकेट एसोसिएशन के President मदन कोहली ने प्रेमचंद वर्मा पर ये आरोप भी लगाए कि टूर्नामेंट को उन्होंने अपनी बपौती बना लिया है.वह न इसके आयोजन के बारे में EC को बताते हैं न ही कोई भी छोटा-बड़ा फैसला लेते समय किसी को विश्वास में लेते हैं.उन्होंने Sub Registrar से तमाम अवैधानिक फैसलों का हवाला देते हुए जांच और कार्रवाई की मांग की.






मदन कोहली को पिछले साल वर्मा ही अध्यक्ष हीरा सिंह बिष्ट को बिना किसी को बताए हटा के अध्यक्ष बना दिया था.कोहली ने कहा कि उनको ये मालूम नहीं था कि Associataion में इस कदर जंगलराज वर्मा ने फैलाया हुआ है.पिछले साल के टूर्नामेंट का हिसाब किताब तक नहीं दिया गया.न ही ऑडिट कराया गया.प्रेमचंद से जब हिसाब और बैठक बुलाने को कहा गया तो उनको जवाब दिया कि तुम क्यों परेशान हो रहे.ये मेरा टूर्नामेंट है.मैं जो चाहूं वो करूंगा.
संस्था के अध्यक्ष कोहली के अनुसार एक साल से ज्यादा होने के बावजूद सचिव PC ने न कभी कोई मासिक न सालाना आम सभा बुलाई.संस्था के सभी कार्य खुद ही करते हैं.अध्यक्ष या किसी अन्य को कोई सूचना साझा नहीं करते हैं.न आय-खर्चों की जानकारी देते हैं.उन्होंने Sub Registrar को पत्र लिख के साफ़ कहा कि संस्था बाई लॉज के मुताबिक काम नहीं कर रही है.वित्तीय अनियमितता हो रही.इस बारे में कार्रवाई की जाए.कोहली ने प्रेमचंद को भी पत्र लिख के सारे आरोप लगाने के साथ ही ये भी कह दिया कि कोई जानकारी न दिए जाने के चलते अब संस्था के किसी भी लेखे जोखे से उनका कोई वास्ता नहीं.उसके लिए वह खुद जिम्मेदार होंगे.
वर्मा पर कोहली ने ये आरोप भी लगाए कि अमर सिंह मेंगवाल की जगह बनाए गए कोषाध्यक्ष, टीमों को निमंत्रण दे रहा जितेन्द्र सचान और अतिथियों को निमंत्रण देने वाले अमित पांडे संस्था के सदस्य ही नहीं हैं.PC वर्मा संस्था को जेबी बना चुके हैं.ख़ास बात ये है कि CaU हाल ही में दिल्ली-गाजियाबाद में पुलिस मुकदमा दर्ज होने के बाद फिर सुर्ख़ियों में है.वहां खिलाड़ियों से घूस खा के उत्तराखंड से मैच खिलाने के आरोप है.गोल्डी सहगल और विकास डागर के नाम इसमें आरोपी हैं.इनका नाता उत्तराखंड से भी था और CaU के कई ओहदेदार उनके एकदम खास हैं.
महिला और नाबालिग महिला क्रिकेटरों के यौन उत्पीड़न तथा आर्य सेठी को टीम में खिलाने के लिए रंगदारी मांगने-जान से मारने की धमकी के मामले में CaU पहले से ही दागदार है.दोनों मामलों में FIR के बाद पुलिस कार्रवाई जारी है.बाईलॉज की CaU में धज्जियाँ उड़ती रही है.देवभूमि गोल्ड कप क्रिकेट एसोसिएशन में शामिल प्रेमचंद वर्मा-राजीव जिंदल-संतोष गैरोला-प्रताप भंडारी-कुमार थापा-प्रमोद कोठारी-दिनेश शर्मा CaU में भी हैं.
बाईलॉज के मुताबिक कोई भी शख्स किसी भी अन्य खेल संस्था से नहीं जुड़ सकता.गोल्ड कप तो सीधे क्रिकेट से जुड़ा है.कायदे से इन सभी की CaU से सदस्यता तत्काल ख़त्म होनी चाहिए.कोहली और CaU से जुड़े लोगों ने इस बात पर भी नाराजगी जताई कि प्रेमचंद ने संस्था के साथ ही टूर्नामेंट का नाम बदल दिया है.फिर भी टूर्नामेंट को 38वां बता के जालसाजी कर रहे हैं.उत्तराखंड गोल्ड कप का नाम बदल के अब डाबर कप करने की कोशिशों पर भी नाराजगी जताते हुए उन्होंने इसको देवभूमि की भावनाओं से खिलवाड़ करार दिया.लोकप्रियता और स्तर गँवा चुका ये टूर्नामेंट इन दिनों देहरादून में खेला जा रहा है.