उत्तराखंडदेहरादून

सिल्क्यारा Tunnel संकट:CM पुष्कर ने ACS राधा के कन्धों पर डाला Monitoring का जिम्मा:राजस्थान से भी लेते रहे फोन पर Update  

खबर को सुने

Chetan Gurung

CM पुष्कर सिंह धामी आज राजस्थान विधानसभा चुनाव में व्यस्त रहे लेकिन ACS राधा रतूड़ी को उत्तरकाशी के सिल्क्यारा Tunnel में फंसे लोगों के बचाव अभियान में कोई कसर न छोड़ने की जिम्मेदारी सौंप गए.राधा ने दिन में सचिवालय स्थित आपदा नियंत्रण कक्ष में पहुंचकर बचाव ऑपरेशन का Update लेने के साथ ही कई अहम हिदायतें दीं. CM ने राजस्थान से ही फोन पर लगातार Update लिए.

CM पुष्कर सिंह धामी

अपर मुख्य सचिव को जानकारी दी गई कि ढही हुई सुरंग के 40 मीटर के लिए शॉटक्रेटिंग के साथ खुदाई का कार्य तेजी से चल रहा है।  बाएं और दाएं दोनों तरफ शीर्ष से 10 मीटर ऊपर गुफा बन गई है. सुरंग के साथ चिमनी का निर्माण शुरू हो गया है।  अतिरिक्त शॉटक्रीट मशीन को आरवीएनएल पैकेज-III से कार्य स्थल पर स्थानांतरित किया गया है।

ये भी बताया गया कि प्राधिकरण अभियंता, टीम लीडर, आरवीएनएल से भूवैज्ञानिक निदेशक, एनएचआईडीसीएल के निदेशक (एएण्डएफ), निदेशक (टी)  और कार्यकारी निदेशक (टी) और तथा सीजीएम, एनएचएआई के भू-तकनीकी विशेषज्ञों  ने मौके का  दौरा किया है।  बचाव के लिए सभी विकल्पों पर विचार किया जा रहा है. हाइड्रोलिक जैक की मदद से 900 मिमी व्यास वाले एमएस स्टील पाइप के सहारे बचाव कार्य किया जा रहा है.

अधिकारियों ने बताया कि सुरंग में फंसे कार्यबल के पास पानी, भोजन, ऑक्सीजन, बिजली उपलब्ध हैं. छोटे भोजन के पैकेट भी पाइप के माध्यम से सुरंग के अंदर भेजे गए हैं। श्रमिकों ने खाद्य सामग्री प्राप्त होने की पुष्टि की है।  श्रमिकों ने बताया कि वे सुरक्षित हैं। शुक्रवार सुबह 9.30 बजे तक 22 मीटर पाइप पुशिंग का काम पूरा हो चुका है।  पांचवें पाइप की पॉजिशनिंग का कार्य प्रगति पर है।

ACS ने कहा कि मुख्यमंत्री के साफ़ निर्देश हैं कि रेस्क्यू कार्यों में लगी सभी टेक्निकल एंजेसियों को शासन-प्रशासन एवं अधिकारियों से सभी आवश्यक सहयोग एवं सहायता दी जाए. मुख्यमंत्री बचाव कार्यों में लगी एजेंसियों और जिलाधिकारी (उत्तरकाशी) से निरन्तर अपडेट ले रहे हैं. कमिशनर (गढ़वाल) एवं आईजी (गढ़वाल) के निरन्तर सम्पर्क में हैं। केन्द्र सरकार भी रेस्क्यू ऑपरेशन की निरन्तर निगरानी कर रही है.  

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Back to top button